इजरायल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष (Israel Iran Conflict) जारी है। गुरुवार देर रात से ही दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ ड्रोन हमले कर रहे हैं। दरअसल, अमेरिका और इजरायल, दोनों देशों नहीं चाहते कि ईरान एक परमाणु देश बने। इजरायल ने दावा किया है कि अगर ईरान, परमाणु हथियार बनाने में सफल होता है, तो वो इसका इस्तेमाल इजरायल को मिटाने के लिए करेगा।
इजरायल ने न सिर्फ ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए बल्कि 9 वैज्ञानिकों को भी मार गिराया। वहीं, अमेरिका का कहना है कि इस सैन्य संघर्ष में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि, इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को एक बड़ा बयान दिया है।
ट्रंप ने दी ईरान को चेतावनी
उन्होंने कहा कि ईरान पर हुए ताजा इजरायली हमलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। लेकिन ईरान को कड़ी चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने अमेरिका पर हमला किया तो अमेरिकी सेना पूरी ताकत से उस पर टूट पड़ेगी। यह कार्रवाई ऐसी होगी, जिसके बारे में ईरान कभी सोचा नहीं होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर ये पोस्ट शेयर किया।
ट्रंप ने लिखा,”आज रात ईरान पर हुए हमले में अमेरिका का कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन अगर ईरान ने किसी भी रूप में अमेरिका पर हमला किया तो अमेरिका पूरी सैन्य शक्ति से उस पर हमला करेगा। ईरान ने ऐसी कार्रवाई पहले कभी नहीं देखी होगी।
अमेरिका से बात करने का कोई मतलब नहीं: ईरान
ईरान ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता को बेमानी करार दिया है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली हमलों को अमेरिका का समर्थन प्राप्त था। इन हमलों से अमेरिका के साथ बातचीत की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो गई है।