मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को ‘मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार’ भी देंगे। प्रदेश में यह पहला अवसर है, जब किसी सरकार ने स्कूली खेलों में पदक विजेता छात्र- छात्राओं को नकद धनराशि प्रदान की। इसके साथ ही उन्होंने उपद्रवियों को सबक सिखाने की चेतावनी भी दी।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्कूली खेलों में स्वर्ण पदक पाने वाले छात्र- छात्राओं को 75 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में कुल 166 छात्र- छात्राएं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में ही यूपी बोर्ड, सीबीएसई व अन्य बोर्ड परीक्षा टापर रहे छात्र- छात्राओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में ही मुख्यमंत्री एक लाख रुपये, टैबलेट और प्रशस्तिपत्र दिया। राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में कुल 166 छात्र- छात्राएं सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संस्कृत शिक्षा परिषद व निदेशालय के नए भवन का शिलान्यास भी किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर मेधावी और खिलाड़ी छात्र- छात्राओं को संबोधित भी किया। उन्होंने छात्र- छात्राओं से कहा कि आप सभी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। आप के योगदान से समाज को सही दिशा भी मिलती है। आप समाज के बेहतरी के लिए अपना पूरा योगदान दें, सरकार आप के साथ है। उन्होंने कहा कि हमने आठ वर्षों में बदली प्रदेश की स्कूली शिक्षा की तकदीर और तस्वीर बदल दी है। 2017 के पहले बेसिक एजुकेशन लगभग बंदी की ओर जा रही थी और माध्यमिक शिक्षा नकल का अड्डा बन गई थी। लोगों ने नकल के नाम पर व्यवसाय शुरू किया था, हमने लगाम लगाई और दोषियों को जेल भेजा। पिछली सरकार ने नकल के नाम पर निवेश कराया था और बाहर से लोगों को बुलाकर नकल कराई जाती थी। अब नकल उद्योग बंद है।आज के विद्यार्थी सौभाग्यशाली है कि प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट नहीं है। आज का उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से भारत का ग्रोथ इंजन बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने स्कूलों में हंगामा करने वाले छात्रों को नसीहत देते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव भी होना चाहिए। समाज के प्रति और राष्ट्र के अपनी जिम्मेदारियों का भाव होना चाहिए। उन्होंने कही कि राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। जो नुकसान करता है उसको टोकिए। अगर कमजोर पड़ रहे हैं तो उसकी कंप्लेंट करिए। उसकी फोटो वायरल करिए, बाकी उसकी वसूली हम कर लेंगे। यह सार्वजनिक संपत्ति राष्ट्र की संपत्ति है और हम सब की सामूहिक जवाबदेही का हिस्सा है। राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। राष्ट्र के प्रति हमारी जवाबदेही होनी चाहिए। कोई भी सम्पत्ति राज्य की नहीं,समाज की होती है। सम्पत्ति नष्ट करने वाले का वीडियो वायरल कीजिए, बाकी पोस्टर लगाकर सबक सिखाने के लिए सरकार है।
पहली बार स्कूली खेलों के पदक विजेता छात्र-छात्राएं सम्मानित
उत्तर प्रदेश के 363 खिलाड़ियों ने 68वीं राष्ट्रीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें 179 पदक इन्होंने प्राप्त किए हैं। इसमें 51 स्वर्ण पदक, 46 रजत पदक और 82 कांस्य पदक शामिल हैं। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 75000 रुपये, रजत पदक प्राप्त करने वाले को 50000 रुपये और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 30000 रुपये प्रोत्साहन के रूप में प्रदान किए गए। टीम गेम्स में जिन छात्र-छात्राएं ने स्वर्ण पदक जीता उन्हें 35000-35000 रुपये, रजत पदक पर 25000-25000 और कांस्य पदक पर 15000-15000 की राशि प्रदान की गई।
बालकों से ज्यादा मेहनत करती हैं बालिकाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणाम बड़े चौंकाने वाले रहे हैं। नतीजे बताते हैं कि बालिकाएं ज्यादा मेहनत करती हैं, जबकि बालक मेहनत करने में थोड़ा पीछे हैं। जिन छात्रों ने यहां पर मेरिट में स्थान प्राप्त किया है उन्हें एक लाख रुपया नकद, एक टैबलेट, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया गया है। इसी तरह जनपद स्तर पर मेरिट में आए बच्चों को 21,00 रुपया धनराशि, एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जा रहा है। हमारी युवा प्रतिभा ने प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया खेलो और फिट इंडिया मूवमेंट से प्रेरित होकर नेशनल लेवल के गेम्स में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस अवसर वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा एवं वित्त दीपक कुमार और डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा मौजूद रहे। माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी संभल से वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़ीं।
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