क्या है इसका इतिहास
इसका नाम पांच गुफाओं से लिया गया है। ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने महाभारत के दौरान यहीं पर कुछ वक्त गुजारा था। पचमढ़ी को मिनी कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है। यहां सालों साल पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिलती है। ये जगह जून में घूमने के लिए परफेक्ट है। यहां की हरियाली मन को सुकून पहुंचाती है। अगर आप नेचर लवर हैं और फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो एक बार आपका यहां जाना तो बनता है।
इन जगहों को जरूर करें एक्सप्लोर
- यहां आप बी फॉल झरने को देखने जा सकते हैं। यहां 150 फीट की ऊंचाई से पानी नीचे गिरता है। इसका नजारा बेहद मनमोहक होता है।
- इसके अलावा आप यहां धूपगढ़ भी जा सकते हैं। ये यहां का सबसे ऊंचा स्पॉट है। आप यहां छोटे महादेव मंदिर जाकर दर्शन भी कर सकते हैं।
- जटाशंकर का गुफा भी यहां पर आकर्षण का केंद्र है। यहां मौजूद हनुमान मंदिर में आप दर्शन पूजन कर सकते हैं।
- पांडव गुफा तो जरूर जाना चाहिए। कहते हैं कि यहां पर पांडवों ने कुछ समय बिताया था।
- इसके अलावा हन्डी खो पचमढ़ी की सबसे गहरी और तंग घाटी है। इसकी गहराई करीब 300 फीट है। यहां का नजारा बेहद सुंदर होता है।
कैसे पहुंचें पचमढ़ी?
पचमढ़ी पहुंचने के लिए सबसे पास का रेलवे स्टेशन पिपरिया है। ये मुंबई, दिल्ली और भोपाल से सीधे जुड़ा हुआ है। वहीं, फ्लाइट से भी आप यहां पहुंच सकते हैं। इसके लिए भोपाल और जबलपुर में मौजूद एयरपोर्ट से आपको कई टैक्सी मिल जाएंगे। आप बस से भी जा सकते हैं।