पुलिस सूत्रों के अनुसार, सरोज सिंह और उसके सहयोगियों के पास से बरामद संपत्ति दस्तावेजों में बिहार के अलावा अन्य रज्यों में निवेश के भी दस्तावेज मिले हैं।
इनमें बड़ी संख्या में प्लाट की रजिस्ट्री की प्रतियां हैं, जिनकी वैधता और स्वामित्व की जांच की जा रही है। इसके लिए संबंधित निबंधन कार्यालयों से सत्यापन कराया जाएगा।
पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन और डिजिटल उपकरणों की भी तकनीकी जांच करा रही है। इसके लिए एफएसएल की मदद ली जाएगी।
सरोज सिंह की पोस्टिंग वाले जिलों से भी उसकी जानकारी जुटाई जा रही है। ड्यूटी के दौरान उसकी कार्यशैली किस तरह की थी, वह जिले में किन-किन लोगों के संपर्क में था, यह सारी जानकारी पुलिस और एसटीएफ की टीम जुटा रही है।
सरोज सिंह के ठिकानों से बरामद हथियारों और गोलियां की भी जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि उसके पास इतनी बड़ी संख्याममें हथियार कैसे पहुंचें।