दुनियाभर में कल का दिन विशेष महत्व रखता है। प्रतिवर्ष 5 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। कल के दिन विश्व भर में सभी देश पर्यावरण को लेकर अपने नागरिकों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इस बार “द रिपब्लिक ऑफ कोरिया” को विश्व पर्यावरण दिवस के लिए वैश्विक अवलोकन की मेजबानी प्रदान की गई है। कोरिया को दूसरी बार इसकी मेजबानी प्रदान की गई है, इससे पहले इसे 1997 में मेजबानी प्रदान की गई थी।
Beat Plastic Pollution थीम के साथ किया जा रहा सेलिब्रेट
प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण को एक विशेष थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। इस बार की थीम Beat Plastic Pollution (प्लास्टिक प्रदूषण को मात दें) तय की गई है।
थीम का महत्व
वेबसाइट पर दी गई जानकरी के मुताबिक प्लास्टिक प्रदूषण पृथ्वी को घातक प्रभावों जलवायु परिवर्तन का संकट, प्रकृति, भूमि और जैव विविधता का नुकसान, तथा प्रदूषण और कचरे का संकट जैसे प्रभावों को बढ़ावा देता है। वैश्विक स्तर पर अनुमान है कि हर साल 11 मिलियन टन प्लास्टिक कचरा जलीय पारिस्थितिकी तंत्र में रिसता है, जबकि कृषि उत्पादों में प्लास्टिक के उपयोग के कारण सीवेज और लैंडफिल से मिट्टी में माइक्रोप्लास्टिक जमा हो जाता है। प्लास्टिक प्रदूषण की वार्षिक सामाजिक और पर्यावरणीय लागत 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 600 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बीच है। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस ऐसे समय मनाया जा रहा है जब देश समुद्री पर्यावरण सहित प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए एक वैश्विक संधि हासिल करने की दिशा में प्रगति कर रहे हैं।
नवंबर 2024 में, कोरिया गणराज्य ने #BeatPlasticPollution movement विकसित करने के लिए वार्ता के पांचवें सत्र की मेजबानी की। सत्र का दूसरा भाग 5 से 14 अगस्त तक स्विट्जरलैंड के जिनेवा में होगा। इसका मकसद विश्व को बेहतर पर्यावरण प्रदान करना है।
विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) का इतिहास
विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत साल 1973 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन के दौरान 5 जून 1972 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का एक प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद से प्रति वर्ष यह दिन 5 जून को मनाया जाता है। पहला विश्व पर्यावरण दिवस 1973 में “केवल एक पृथ्वी” थीम के साथ मनाया गया था।