आपरेशन सिंदूर के बाद हुए ड्रोन हमले को देखते ताजमहल की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाया गया है। शुक्रवार को ताजमहल के टावर नंबर चार पर एंटी ड्रोन सिस्टम स्थापित कर दिया गया। ताजमहल के आठ किलोमीटर क्षेत्र में ड्रोन के उड़ते ही एंटी ड्रोन सिस्टम से पता चल जाएगा, 500 मीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन के पहुंचते ही निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
एंटी ड्रोन सिस्टम स्थापित करने से पहले दशहरा घाट पर माकड्रिल की गई, चंद सेकेंड में ताजमहल के पास से उड़ते ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया गया।
ताजमहल का निरीक्षण करने के बाद 19 मई को एडीजी ताज सुरक्षा रघुवीर लाल ने मुख्यालय से ताजमहल की सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम भेजने के लिए कहा था। ताज सुरक्षा के छह पुलिस कर्मी और सीआइएसएफ के छह जवानों को मथुरा में एंटी ड्रोन सिस्टम संचालित करने का प्रशिक्षण दिया गया। एंटी ड्रोन सिस्टम आने के बाद ताजमहल के पीछे दशहरा घाट पर माकड्रिल की गई, ताजमहल के पास से उड़ते ड्रोन को निष्क्रिय किया गया। इसके बाद ताजमहल के अंदर टावर नंबर चार पर जहां पुलिस और सीआइएसएफ कर्मी तैनात रहते हैं वहां भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित जैमर बेस्ट एटी ड्रोन सिस्टम स्थापित किया गया।
एसीपी ताज सुरक्षा सैय्यद अरीब अहमद ने बताया कि एंटी ड्रोन सिस्टम से ताजमहल के आठ किलोमीटर के क्षेत्र में ड्रोन के उड़ाते ही पता चल जाएगा, जिस जगह से ड्रोन उड़ाया गया है उसका भी पता चल जाएगा। ड्रोन जैसे ही ताजमहल के 500 मीटर के क्षेत्र में आएगा उसे निष्क्रिय कर नीचे उतार लिया जाएगा।
ताजमहल के फोटो के लिए ड्रोन उड़ाने वाले पर्यटकों पर होगी कार्रवाई
ताजमहल के अच्छे फोटो लेने के लिए पर्यटक ड्रोन उड़ाते हैं। एंटी ड्रोन सिस्टम से ड्रोन किस जगह से उड़ा है उसका पता चल जाएगा। रेस्पोंस टीम वहां पहुंचेगी और दबिश देगी, ताजमहल के नो ड्रोन जोन में ड्रोन के पहुंचने पर ड्रोन उड़ाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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