पाकिस्तानी सेना के मुखिया आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किया गया है और अब वो इस नई पहचान के साथ जाने जाएंगे।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, ऑपरेशन ‘बनयान-उम-मर्सूस’ के दौरान आसिम मुनीर द्वारा दिखाई गई ‘असाधारण रणनीतिक सूझबूझ’ के कारण उन्हें ये पद दिया गया है।
सोशल मीडिया पर लोग ले रहे मजे
गौर करने वाली बात यह है कि भारत के हाथों चारों खाने चित होने के बावजूद मुनीर को ये पदवी मिली कैसे? वैसे तो इसका सही जवाब यह हो सकता है कि पाकिस्तान में कुछ भी संभव है। लेकिन, अब सोशल मीडिया पर पाकिस्तान और भारत दोनों ही तरफ से मुनीर की इस ‘उपलब्धि’ पर लोग जमकर मजे ले रहे हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसे मीम्स दिखाने वाले हैं, जो सिर्फ भारत से ही नहीं पाकिस्तान के लोगों ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। लोग मुनीर के इस प्रमोशन को एक फिल्म के डायलॉग ‘ये तोहफा हमने खुद को दिया है’ से जोड़कर पेश कर रहे हैं।
पाकिस्तान का इतिहास
पाकिस्तान के इताहास पर ध्यान दें तो इससे पहले फील्ड मार्शल की उपाधि सिर्फ एक बार ही किसी को दी गई थी, जब जनरल अयूब खान ने 1960 के दशक में खुद को ही इस पद से नवाजा था।