सीएम ने कहा कि कुछ अधिकारियों का मीटिंग के नाम पर अक्सर दिल्ली जाना ठीक नहीं है। अगर जाना जरूरी है तो उचित कारण बताएं और सक्षम स्तर से अनुमति लेने के बाद ही प्रदेश छोड़ें।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बैठक के बहाने बार-बार दिल्ली जाने वाले अफसरों के दौरे पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि अब से कोई भी अधिकारी सक्षम स्तर से अनुमति लेने के बाद ही प्रदेश के बाहर जाए।
सीएम ने मंत्रियों से भी कहा कि वह भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में लगातार समीक्षा करें। इसके अलावा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को ’10 खरब’ करने को ध्यान में रखकर लगातार बैठकें करने और योजनाओं की समीक्षा करने के निर्देश दिए। गन्ना, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, परिवहन समेत करीब आधा दर्जन विभागों की मासिक समीक्षा बैठक न किए जाने पर भी मुख्यमंत्री ने असंतोष जताया।
महाकुंभ में सरकार की व्यवस्थाओं को जनता के बीच बताएं
मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जनता के बीच महाकुंभ के बारे में चर्चा करें। वीडियो भी दिखाएं और लोगों को सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताएं।
जनता की समस्याओं की सुनवाई करें और समाधान कराएं
बैठक में मुख्यमंत्री को महाकुंभ से संबंधित उस वीडियो को भी दिखाया गया। उसे जनता को दिखाने के लिए तैयार कराया गया है। सीएम ने कहा कि 25 मार्च को प्रदेश सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसलिए सभी मंत्री जनता के बीच सरकार की आठ साल की उपलब्धियों को बताएं। जनता की समस्याओं की सुनवाई करें और उसका समाधान कराएं।