अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार देर रात व्हाइट हाउस में अहम बैठक हुई। इस बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी मौजूद रहे। हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस में यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और रणनीतिक खनिज समझौते पर चर्चा के बाद यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही थी।
बैठक में तीखी बहस, 50 मिनट तक गरमाया माहौल
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक महज 50 मिनट तक चली, लेकिन इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर तनाव साफ नजर आया। बातचीत के दौरान कई बार दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर उंगलियां उठाईं और तीखी बहस हुई। ऐसा पहली बार हुआ जब व्हाइट हाउस में किसी बैठक का माहौल इतना गरम हो गया कि सुरक्षा अधिकारियों को हस्तक्षेप करने के लिए तैयार रहना पड़ा।
मुख्य मुद्दे: सैन्य सहायता और खनिज समझौता
बैठक के दौरान मुख्य रूप से दो मुद्दों पर बहस हुई:
1. यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता जारी रखने को लेकर मतभेद उभरकर सामने आए। ट्रम्प प्रशासन इस सहायता में कटौती करने के पक्ष में है, जबकि जेलेंस्की इसे यूक्रेन के लिए बेहद जरूरी बता रहे हैं।
2. यूक्रेन के महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों के दोहन के लिए एक समझौता, जो रक्षा और उच्च तकनीक उद्योगों के लिए आवश्यक हैं।
बैठक में ट्रम्प ने जेलेंस्की से सीधे सवाल किया कि अमेरिका को यूक्रेन की मदद जारी रखने से क्या ठोस फायदा होगा? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूक्रेन को दी जा रही मदद का सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। इस पर जेलेंस्की भड़क गए और उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका मदद नहीं करता, तो रूस और अधिक आक्रामक हो जाएगा, जिससे वैश्विक सुरक्षा को खतरा बढ़ सकता है।
व्हाइट हाउस प्रशासन ने दी सफाई
बैठक के बाद व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि “यह एक खुली और स्पष्ट बातचीत थी, जिसमें दोनों देशों के बीच मौजूदा रिश्तों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई।” हालांकि, प्रशासन ने बहस की तीव्रता को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
बैठक के बाद यूरोपीय नेताओं ने जेलेंस्की के प्रति समर्थन व्यक्त किया। जर्मनी, फ्रांस और यूरोपीय आयोग के नेताओं सहित कई देशों ने यूक्रेन के प्रति अपनी स्थिर समर्थन की पुष्टि की।
इसके विपरीत, रूस ने इस घटना पर प्रसन्नता व्यक्त की। रूसी सरकारी मीडिया और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगियों ने ट्रम्प की आलोचना का स्वागत किया, जिससे यूक्रेन के साथ तनाव और बढ़ गया।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
हालांकि जेलेंस्की इस बैठक से कोई ठोस समझौता या सुरक्षा प्रतिबद्धता हासिल नहीं कर सके, लेकिन यूक्रेन में उन्हें अपने देश के हितों के दृढ़ रक्षक के रूप में सराहा गया। यूक्रेनी नागरिकों और क्षेत्रीय नेताओं ने ट्रम्प के दबाव के सामने जेलेंस्की के मजबूत रुख का समर्थन किया।
आगे क्या?
इस बैठक के बाद, अमेरिका और यूक्रेन के बीच संबंधों में तनाव बढ़ने की संभावना है। खनिज समझौते पर हस्ताक्षर न होने से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।
इसके अलावा, अमेरिकी कांग्रेस में यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर बहस तेज हो सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग पर पुनर्विचार की आवश्यकता होगी। वहीं, जेलेंस्की अब अन्य पश्चिमी देशों से मदद मांगने के लिए यूरोप और कनाडा का दौरा कर सकते हैं।
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व्हाइट हाउस में ट्रम्प-जेलेंस्की की तनावपूर्ण बैठक, 50 मिनट की तीखी बहस में सैन्य मदद और खनिज समझौते पर टकराव
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