भारत की अंडर 19 टीम को बतौर कप्तान वर्ल्ड कप जिताने वाले खिलाड़ी पृथ्वी शॉ ने जब भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था तो शतक जड़ा था। शतक से अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले पृथ्वी शॉ को आगे मौके मिले, लेकिन वे चोटिल हो गए। वहीं, जब चोट से उबरे तो फिर उनके करियर का सबसे खराब पल उनको देखने को मिला, क्योंकि उन पर डोपिंग बैन लगा था और वे लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर हो गए थे।
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अब एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि बैन के दौरान उन्हें कैसा लगता था। पृथ्वी शॉ ने कहा है कि क्रिकेट से दूर रहना उनके लिए किसी टॉर्चर से कम नहीं था। कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस साल की आधी से ज्यादा क्रिकेट और खेल टूर्नामेंटों को रद या स्थगित करन पड़ा है। वहीं, पिछले साल बैन की वजह से क्रिकेट नहीं खेलने वाले पृथ्वी शॉ ने 2020 में वापसी की, लेकिन इस महामारी ने सब तहस-नहत कर दिया।