कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्तर प्रदेश में चौथी मौत हो गई है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती 76 वर्षीया महिला ने आज दम तोड़ दिया। इससे पहले बस्ती, मेरठ तथा वाराणसी में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक-एक ने दम तोड़ा था। उत्तर प्रदेश में अभी भी 349 कोरोना पॉजिटिव का विभिन्न जिलों में इलाज चल रहा है। सूबे में 75 में से 37 जिले कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के कहर से बुधवार को चौथी मौत हो गई। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती 76 वर्ष की महिला की आज इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें मंगलवार को भर्ती किया गया था। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनकी हालत भी बेहद गंभीर थी। जिसके कारण वह जानलेवा कोरोना वायरस के संक्रमण से संघर्ष नहीं कर सकीं।कोरोना वायरस संक्रमित बुजुर्ग महिला की हालत मंगलवार को काफी गंभीर हो गई थी। उनको सात अप्रैल को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उनको नीदरलैंड से लौटे नाती से संक्रमण हुआ था और बीते तीन दिन से निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। कोरोना से आगरा में यह पहली मौत है।
कमला नगर क्षेत्र के चांदी कारोबारी की 76 वर्ष की पत्नी की तबीयत बिगडने पर निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां से छह अप्रैल को कोरोना की जांच के लिए सैंपल भेजे गए, इसमें कोरोना की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को 76 वर्ष की कोरोना वायरस संक्रमित महिला को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सुबह उनकी मौत हो गई।
डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि महिला मरीज का नाती नीदरलैंड गया था, वहां से 15 मार्च को लौटा था। उससे ही 76 वर्ष की महिला कोरोना संक्रमित हो गईं, गंभीर हालत में एसएन में भर्ती किया गया था, यहां उनकी मौत हो गई। वह हाइपोथाइरिडिजम, सीओपीडी और आईएलडी की मरीज थीं। इसके कारण उनका स्टोरॉइड और ऑक्सीजन थेरेपी से इलाज पहले से ही चल रहा था। नाती के विदेश से लौटने के बाद वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो गईं। उम्र और बीमारी के कारण उनका शरीर कोरोना वायरस के संक्रमण से अधिक संघर्ष नहीं कर पाया। हांलाकि चिकित्सकों ने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सकता।