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यूपी के एक गांव में घुसा सात फीट लंबा मगरमच्छ, मचा हड़कंप; ग्रामीणों ने पकड़ा

 संभरपुर गांव में रविवार को तड़के गंगा के रास्ते एक सात फीट लंबा मगरमच्छ आ गया। पांच सौ किग्रा वजनी मगरमच्छ को देखकर गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने मोटे रस्से का फंदा बनाकर और डंडे के सहारे उसे घंटेभर की मशक्कत के बाद पकड़ लिया।

इसके बाद वन विभाग की टीम को बुलाकर सौंप दिया। टीम पहले मगरमच्छ को प्राणी उद्यान ले गई, लेकिन अधिकारियों के निर्देश के बाद उसे गंगा बैराज में छोड़ दिया गया। ग्रामीण बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण मगरमच्छ का यहां आना बता रहे हैं।

इस्कान मंदिर के पास संभरपुर गांव के बीच से गुजरे सिंहपुर मैनावती मार्ग पर सुबह छह बजे करीब एक मगरमच्छ घूमते हुए दिखाई दिया। उसे देखकर जब कुत्ते भौंकने लगे तो ग्रामीणों की भीड़ एकत्र होने लगी। मगरमच्छ को देख ग्रामीणों के होश उड़ गए।

ग्रामीणों ने पकड़ा मगरमच्छ

उधर मगरमच्छ भी भीड़ को देखकर इधर-उधर भागने के लिए विचलित होने लगा। गांव में मगरमच्छ के आने की खबर थोड़ी ही देर में पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। इसके बाद ग्रामीणों ने सूजबूझ के साथ मोटे रस्से का फंदा बनाकर डंडों की मदद से उसे घेरने का प्रयास किया।

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घंटेभर की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने मगरमच्छ के गले में फंदा डालकर उसे पकड़ लिया। इस बीच ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वन विभाग को बताया। घंटेभर बाद वन विभाग की टीम भी आ गई, लेकिन ग्रामीणों ने पहले ही मगरमच्छ को पकड़ लिया था।

वन दारोगा रामशंकर दोहरे के नेतृत्व में वन विभाग के कर्मचारियों मगरमच्छ को कब्जे में ले लिया है। प्रभागीय वन अधिकारी दिव्या ने बताया कि मगरमच्छ को गंगा बैराज में छोड़ दिया गया है।

अस्पताल घाट पर भी पकड़ा जा चुका है मगरमच्छ

इस वर्ष जनवरी में अस्पताल घाट से भी मगरमच्छ को पकड़ा जा चुका है। उस समय रानीघाट, भैरोघाट पर मगरमच्छ दिखाई दे रहा था। मछुआरों ने अस्पताल घाट पर रस्सियों का जाल बनाकर मगरमच्छ को पकड़ लिया था। उसे भी वन विभाग ने गंगा बैराज के दूसरी तरफ पानी में छोड़ दिया था।

 

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