कलाकार अपने अभिनय की हर कला दिखाना चाहता है, ताकि यह न कहा जा सके कि यह तो केवल एक ही तरह की फिल्में करते हैं। कई कलाकार अपने पीछे अलग तरह के कामों की विरासत भी छोड़कर जाना चाहते हैं।
हालांकि जिमी शेरगिल (Jimmy Shergill) इस मामले में बहुत अलग सोच रखते हैं। वह कहते हैं, ‘मैंने कभी करियर में यह सोचकर काम ही नहीं किया कि विरासत छोड़कर जाना है। एक कलाकार तभी विरासत बना सकता है, जब वह सारे काम खुद कर रहा हो यानी खुद ही अपने लिए कहानी लिख रहा हो, उसमें अभिनय और निर्देशन कर रहा हो।
फिल्म की कहानी अहम
मैं जिस तरह का कलाकार हूं, मेरे लिए शुरुआत से आज तक केवल कहानी ही अहम रही है। जब आपके पास एक कहानी आती है, आप उसे इसलिए पसंद करते हैं, क्योंकि उसमें आपको अपना पात्र पसंद आता है। जब किसी फिल्म की कहानी समझ आती है, तो कर लेता हूं। दरअसल, किसी भी फिल्म को करना कई चीजों का मिश्रण भी होता है।
अगर कहानी बहुत अच्छी है, तो खुद का मन करेगा कि रोल छोटा हो या बड़ा, मैं भी उस कहानी का हिस्सा बन जाऊं। दूसरा तरीका यह होता है कि आप कहानी को पढ़ते हैं, वह कहानी तो कुछ नहीं कह रही होती है, लेकिन आपका पात्र अच्छा होता है, तो आप उस रोल को कर लेते हैं।
इस वजह से रिजेक्ट करता हूं फिल्म
कई बार न कहानी कुछ कह रही होती है, ना किरदार अच्छा होता है, तो मना कर देता हूं। किसी भी फिल्म को करने में कई सारी चीजें और कांबिनेशन जुड़े रहते हैं। किसी कहानी को चुनते वक्त कलाकार की मानसिक स्थिति कैसी है, वह उस दौरान किन चीजों से गुजर रहा है, यह सब भी मायने रखता है।
जैसे बहुत इंटेस फिल्में करने के बाद अगर मेरे पास कोई हल्की-फुल्की फिल्म आती है, तो कर लेता हूं, ताकि थोड़ा रिलैक्स कर सकूं। किसी फिल्म को हां करने के कई कारण होते हैं, उस वक्त विरासत बनाने का विचार तक नहीं होता है।’