मेरठ में एक मुस्लिम विवाह के लिए आमंत्रण पत्र में हिंदू भगवान की तस्वीर प्रिंट कराई गई है जो दोनों मजहब के लिए सौहाद्रता का बेमिसाल संदेश है। चर्चा का विषय बने इस निमंत्रण पत्र में भगवान गणेश और राधा-कृष्ण की तस्वीर है और साथ ही ‘चांद मुबारक’ भी प्रिंट कराया गया है।
यह निकाह दो मुस्लिम परिवारों के बीच के रिश्ते को तो आपस में करीब ला ही रही दो समुदायों के बीच भी प्यार और मोहब्बत कायम करना चाहती है। इस कार्ड के जरिए गंगा-जमुनी तहजीब को सामने लाया गया है। इसपर एक ओर जहां भगवान गणेश और राधा-कृष्ण की तस्वीर है वहीं चांद सितारे भी मौजूद हैं।
हस्तिनापुर के मोहम्मद शराफत ने अपनी बेटी आस्मां खातून की निकाह के लिए यह विशेष कार्ड बनवाया है। यह निकाह 4 मार्च को है। मोहम्मद शराफत ने कहा, ‘जब सांप्रदायिक नफरत फैल रहा है ऐसे में मुझे लगा कि हिंदू-मुस्लिम के बीच प्रेम और सौहाद्रता को दिखाने के लिए यह अच्छा आइडिया होगा। मेरे दोस्तों ने भी इसपर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।’ हालांकि उन्होंने अपने रिश्तेदारों व मुस्लिम मित्रों के लिए उर्दू भाषा में दूसरा कार्ड छपवाया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे अधिकांश रिश्तेदार हिंदी नहीं पढ़ सकते और इसे देखते हुए मैंने उर्दू में भी निमंत्रण पत्र छपवाया।
भगवान गणेश की तस्वीर के साथ कार्ड पर नूरचश्मी आस्मा खातून और नूरचश्म मोहम्मद शाकिब का नाम अंकित है। इसके बाद आस्मा के पिता मोहम्मद शराफत का नाम, पता और मोबाइल नंबर है। ऐसे तो स्पेशल है ही यह वेडिंग कार्ड लेकिन अभी का वक्त जब दिल्ली व कई इलाकों में सांप्रदायिक दंगा भड़का हुआ है तब ऐसी पहल अपने आप में और खास हो जाती है। बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़के सांप्रदायिक दंगे के कारण 38 लोगों की मौत हो चुकी है।