आगरा में फतेहपुर सीकरी के विधायक चौधरी बाबूलाल की भतीजी पिंकी की प्रसव के बाद मौत के मामले में एसएसपी प्रभाकर चौधरी को तहरीर दी गई है। इलाज में डॉक्टर की लापरवाही से मौत का आरोप लगाया गया है। एसएसपी ने सीएमओ को जांच के लिए लिखा है। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
विधायक के पुत्र रामेश्वर सिंह ने बताया कि रविवार दोपहर को एसएसपी कैंप कार्यालय में तहरीर दी गई। तहरीर चाचा महाराज सिंह की ओर से दी गई है। इसमें लिखा है कि पिंकी का नौ महीने से डॉ. अलका सेन के अस्पताल में इलाज हो रहा था। प्रसव पीड़ा होने पर 14 अगस्त को सेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रात दस बजे उसने एक बच्चे को जन्म दिया। पिंकी को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। कहने पर भी कोई डाक्टर देखने नहीं आया। 15 अगस्त की सुबह चार बजे डॉ. अलका सेन की बेटी आईं। उन्हें डॉक्टर बताया गया।
कर्मचारियों ने यह भी कहा कि रात में आपरेशन उन्होंने ही किया था। अब चेकअप डॉ. अलका सेन करेंगी। ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद पिंकी से मिलने नहीं दिया गया। बाद में हालत खराब बताकर खुद ही एंबुलेंस से सिकंदरा स्थित प्रभा हास्पिटल भेज दिया।
आरोप लगाया कि पिंकी को सांस लेने में तकलीफ थी। आंखों की पुतलियां ठहरी थीं। डॉक्टर की सलाह पर उसे मेदांता हॉस्पिटल ले गए। वहां चिकित्सक ने बताया कि बच्चे के जन्म के दौरान लापरवाही, अधिक रक्तस्राव से हालत ऐसी हुई है। पिंकी की 18 अगस्त को मौत हो गई। डॉ. अलका सेन, उनकी बेटी और कर्मचारियों पर इलाज में लापरवाही, जानबूझकर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में लेने को कहा है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि जांच के लिए सीएमओ को लिखा गया है। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। उधर, डॉ. अलका सेन का कहना था कि इलाज और आपरेशन में कोई लापरवाही नहीं बरती गई। आरोप गलत हैं।