श्रावण के पहले सोमवार को सुबह चार बजे मंगला आरती के साथ ही शिव मंदिरों में बम बम भोले गूंजने लगा। सुबह से ही राजेश्वर मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, बल्केश्वर मंदिर, कैलाश मंदिर, रावली मंदिर, पृथ्वीनाथ मंदिर के साथ ही कालोनियों में बने मंदिरों में भीड़ लगी हुई है।
कावड़ चढ़ाने वालों की शिवालयों में लंबी लाइन
श्रावण के पहले सोमवार पर कांवड़ चढ़ाने के लिए रात से ही श्रद्धालुओं की शिव मंदिरों पर लंबी लाइन लग गई। राजेश्वर मंदिर, कैलाश मंदिर पर सबसे ज्यादा श्रद्धालु कांवड़ चढ़ाने के लिए रात में ही पहुंच गए।
दो किलोमीटर क्षेत्र में पांच हजार से अधिक दुकानें
राजपुर चुंगी से लेकर राजेश्वर मंदिर से आगे करीब दो किलोमीटर क्षेत्र में मेला सजा हुआ है। तीन जगह पर झूले लगे हैं, पांच हजार से अधिक दुकानें हैं।
राजेश्वर मंदिर के पुजारी रुपेश बताते हैं कि शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलते हैं। सुबह चार बजे की मंगला आरती में शिवलिंग सफेद रंग, दोपहर की आरती में हल्का नीला रंग और शाम छह बजे की संध्या आरती में शिवलिंग गुलाबी रंग के दिखाई देते हैं।
शिव मंदिरों में तड़के साढ़े तीन बजे से दर्शन
शिव मंदिरों में तड़के साढ़े तीन बजे से भक्त दर्शन करने पहुंच गए। श्री मनकामेश्वर के महंत योगेश पुरी ने बताया कि सुबह साढ़े तीन बजे से भक्तों के लिए पट खोल दिए गए। बल्केश्वर मंदिर, पृथ्वीनाथ मंदिर, कैलाश मंदिर सहित अन्य शिव मंदिरों में तड़के से रात तक भक्त दर्शन कर सकेंगे।
दो साल बाद मेला लग रहा है। मेला का इंतजार रहता था, आस पास के क्षेत्रों से रिश्तेदार भी आ गए हैं।
कृष्ण कांत शर्मा, राजपुर चुंगी
मेले में रौनक है, दो साल बाद इस तरह का माहौल दिखाई दे रहा है। अभी से ही भीड़ है। शिवमय माहौल हो गया है।
उमाकांत शर्मा, शमसाबाद रोड
दो किलोमीटर में मेला लगा हुआ है, पांच हजार से अधिक दुकानें हैं। बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए रात में ही आ गए हैं।
विपुल शर्मा, अध्यक्ष राजेश्वर मंदिर मेला कमेटी
राजेश्वर मंदिर में शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलते हैं, रात दो बजे से दर्शन शुरू हो गए हैं।