आगरा में सैंया के नगला छारी गांव में बृहस्पतिवार देर रात एक युवक की हत्या कर रात में ही दाह संस्कार करने की कोशिश की गई। ससुर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने चिता से अधजला शव निकाला।
इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जमीन बेचने पर मिली रकम के बंटवारे को लेकर परिवार में विवाद हुआ था। ससुर की तहरीर पर पुलिस ने पिता, मां, तीन भाइयों व बहन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इधर, आरोपी घर पर ताला बंद कर फरार हो गए हैं।
नगला छारी निवासी मवासीलाल किसान हैं। इनके तीन पुत्र नेपाल सिंह (27), सोनू व रिंकू, एक पुत्री यशोदा थी। नेपाल सिंह की शादी 11 साल पहले लाल सिंह (निवासी ग्राम कुरावा, थाना बरहन) की बेटी रूबी से हुई थी। नेपाल के कोई संतान नहीं थी।
वह पिता व भाइयों से अलग रहकर मजदूरी कर जीवन यापन करता था। कुछ दिन पहले मवासीलाल ने 6 लाख रुपये में जमीन बेची थी। नेपाल सिंह पिता से जमीन बिक्री के रुपयों में अपना हिस्सा चाह रहा था। गुरुवार शाम 7 बजे नेपाल सिंह के हिस्सा मांगने पर भाइयों में मारपीट हो गई।
इसमें पिता मवासीलाल व बहन यशोदा ने सोनू व रिंकू का पक्ष लिया। इधर, रात करीब एक बजे नेपाल सिंह के ससुर लाल सिंह ने 112 नंबर पर पुलिस को नेपाल की हत्या होने की सूचना दी। एसओ योगेंद्र पाल सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को देख परिजन चिता में जलता शव छोड़कर भाग निकले।
पुलिस ने नेपाल का अधजला शव चिता से बाहर निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कुछ ही देर में सीओ खेरागढ़ महेश कुमार व एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए। घटना की जानकारी ली। पुलिस ने बताया कि नेपाल सिंह के ससुर की तहरीर पर नेपाल के पिता मवासीलाल, मां मीरा देवी, भाई सोनू, रिंकू, ममता पत्नी रिंकू व बहन यशोदा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
लाल सिंह ने बताया कि रात करीब साढ़े 12 बजे सोनू का फोन आया था कि नेपाल की मौत हो गई है। हम शव का दाह संस्कार करने जा रहे हैं। नेपाल की पत्नी रूबी मायके में थी, इस पर शक हो गया। पहुंचे तो शव का दाह संस्कार रात में ही किया जा रहा था।