क्रिकेट सट्टे में अपना बड़ा नाम खड़ा करने वाला बुकी अंकुश मंगल दसवीं फेल है। उसने 15 वर्षों में सट्टे की कमाई से सौ करोड़ रुपये की संपत्ति बना ली। पुलिस से बचने के लिए मां, पत्नी, भाई और दोस्तों के नाम पर मकान-दुकान, वाहन खरीद रखे हैं। इसके अलावा काली कमाई को सफेद करने के लिए व्यापार में साझीदार बनकर पैसा लगा रहा था। लोगों को ब्याज पर रुपया भी देता था। पुलिस उसकी काली कमाई से जुटाई संपत्ति के बारे में जानकारी जुटा रही है।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के मुताबिक, अंकुश मंगल पहली बार गिरफ्तार होकर जेल गया है। उसने पूछताछ में बताया कि वह दसवीं फेल है। वर्ष 2007 में बुकी झाला भाई के साथ आगरा आया था। बोदला चौराहे पर मकान किराये पर ले लिया। इसके बाद दिल्ली से चलने वाले पर्ची वाला सट्टा कराने लगा। वह वर्ष 2008 में पहली बार जुए में पकड़ा गया, लेकिन जेल नहीं गया। 2010 में उसकी शादी हो गई। वर्ष 2014 में आईपीएल पर सट्टा लगाना शुरू किया। वर्ष 2017 तक आगरा में काम किया। इसके बाद दिल्ली चला गया। आगरा में काम का हिसाब-किताब रखने के लिए अपने भाई कपिल अग्रवाल के साले अमित अग्रवाल को रख लिया।
उसने सट्टे से करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई। जमीन, प्लॉट और मकान अपने परिवार के लोगों के अलावा दोस्तों के नाम पर खरीदे। खेरिया मोड़ स्थित मुल्ला की प्याऊ में प्लॉट अपने दोस्त राजेश चौहान के साथ साझीदारी में खरीदा। इसके अलावा पत्नी के नाम पर कमला नगर की यमुनोत्री कॉलोनी और एत्मादपुर में एक-एक प्लॉट खरीद रखे हैं। अंकुश के पास सेल्टोस कार है। उसने अपने भाई कपिल अग्रवाल के नाम पर एक स्विफ्ट कार और एक 200 वर्ग गज का प्लॉट खरीदा था। अनु एन्क्लेव में मां और साथी आशीष उर्फ आशु सिंघल की मां के नाम पर 150 वर्गगज की कोठी ले रखी है। इन सबकी कीमत करीब सौ करोड़ रुपये है। उसका पैसा बाजार में भी लगा है। वह लोगों को उधारी में रकम देता था। एसएसपी ने बताया कि आरोपी की संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत जब्त किया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, अंकुश के खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें न्यू आगरा में तीन, कमला नगर, हरीपर्वत और ताजगंज में एक-एक मुकदमा जुआ अधिनियम का है। वहीं न्यू आगरा और ताजगंज में गैंगस्टर, सिकंदरा में एक अन्य मुकदमा है। महिला थाने में दहेज उत्पीड़न, मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ। हर मुकदमे में वह अग्रिम जमानत लेता रहा। अंकुश मंगल के खिलाफ वर्ष 2021 में थाना कमला नगर में जुआ अधिनियम में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में उसके वारंट भी हो गए थे। इस पर उसने 25 मई को बाहर से ही जमानत करा ली थी।
पुलिस के अनुसार अंकुश के साथी जगनेर निवासी राजू उर्फ राजेंद्र मंगल, सुभाष नगर निवासी सौरभ अग्रवाल, सिल्वर एस्टेट निवासी तरुण खन्ना, सीताराम कॉलोनी निवासी अंशुल अग्रवाल, मयूर अपार्टमेंट निवासी संजय कुमार और कर्मयोगी एन्क्लेव निवासी आशीष उर्फ आशू सिंघल फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगी है।