आगरा
जयपुर हाईवे पर बस पलटने के बाद गंभीर रूप से कई घायलों को तत्काल इलाज की जरूरत थी। पुलिस और राहगीर घायलों को लेकर फतेहपुर सीकरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। केंद्र पर डाक्टर नहीं मिले, फार्मासिस्ट और चौकीदार ने घायलों को प्राथमिक उपचार दिया। उन्हें एसएन इमरजेंसी रेफर किया। इधर, हादसे की जानकारी होने पर एसएसपी सुधीर कुमार घायलो के आने से पहले इमरजेंसी पहुंच गए। उन्होंने बेड का इंतजाम कराया।
बस में फंसे कइ यात्रियों की हालत गंभीर थी। जिसके चलते राहगीर उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां पर डाक्टर को न पाकर उनमे आक्राेश फैल गया। स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद फार्मासिस्ट धर्मेंद्र और चौकीदार आकाश ने घायलों काे प्राथमिक उपचार दिया। इसी दौरान केंद्र पर पहुंचे दंत चिकित्सक ने घायलों की संख्या अधिक होने और उनकी हालत गंभीर देख एसएन इमरजेंसी रेफर करना पड़ा। घायलों को दाे एंबुलेंस से भेजा गया।
घायलों को लेकर आने वाले ग्रामीणों का कहना था कि अधिकारियों काे कई बार फोन किया, लेकिन मौके पर कोई नही आया। हादसे की जानकारी एसएसपी सुधीर कुमार को मिली तो वह इमरजेसी पहुंच गए। उन्होंने मेडिकल कालेज के स्टाफ से बात कर तत्काल 20 बेड की व्यवस्था कराई। जिससे कि घायलों को तुरंत इलाज मिल सके।
बस पलटने के बाद राहगीरों ने शीशा तोड़कर सवारियों काे बाहर निकाला था। संत कबीर नगर की रहने वाली सुनीता तिवारी पत्नी सत्य प्रकाश के साथ उनकी बेटियां ज्योति और प्रीति भी बैठी थीं। सुनीता तिवारी को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने उनका शव पोस्टमार्टम गृह भिजवा दिया। इधर, बेटियां प्रीति और ज्योति भी गंभीर रूप से घायल थीं। वह खून से लथपथ हालत में अपना दर्द भूल मां काे खोजती रहीं। काफी देर बाद उन्हें साथ के लोगों ने मां की माैत होने की जानकारी दी।
चंद दिन पहले ही हुनर हाट का उद्घाटन करने आगरा आए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किरावली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया था और उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के हर समय उपलब्ध रहने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में तो सुविधाएं समय पर मिलनी चाहिए।