वर्ल्ड बैंक ने अब भारत पर से विकासशील देश होने का तमगा हटा दिया है। अब भारत की गिनती लोअर मिडिल इनकम ग्रुप में होगी।
जहां एक ओर भाजपा सरकार देश की जनता को अपनी उपलब्धियां और विकास गिनाते नहीं थकती। वहीं वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट से भारत देश की जनता का भारत को विकासशील देश कहने का भ्रम टूटता से नज़र आ रहा है। अब देखना ये होगा कि क्या भाजपा सरकार देश की गिरती इकॉनमी को बचाने के लिए मनमोहन मॉडल का इस्तेमाल करेगी या फिर अपनी खोखली शान के चलते देश को गरीबी के अंधेरे में धकेलने में अपनी कोशिश को और रफ्तार देगी।