आगरा
एटा के जलेसर स्थित छोटे मियां,बडे मियां की दरगाह पर शनीचरी जात कड़ी सुरक्षा में शुरू हो गई।बड़ी संख्या में श्रद्धालु जात के लिए पहुंचे हैं। शुक्रवार को दरगाह परिसर में हुई खोदाई के दौरान निकली शनिदेव और हनुमानजी की मूर्तियों की भी पूजा अर्चना हो रही है।
दरगाह स्थल पर रात से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। सुबह होते ही जात शुरू हो गई। पुलिस चौकी के निर्माण के लिए एक दिन पूर्व की गई नींव की खोदाई में निकलीं शनिदेव की मूर्ति को जेल अर्पित किया जा रहा है।बगल में ही हनुमानजी की मूर्ति रखी है। यह दोनों मूर्तियां फिलहाल अस्थाई तौर पर विश्राम स्थल पर रखीं गई हैं। श्रद्धालुओं को मूर्तियां निकलने की जानकारी पहले ही हो गई थी इसलिए श्रद्धा और ज्यादा उमड़ रही है। दरगाह स्थल और कस्बा के विभिन्न स्थानों पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। दरगाह स्थल के पांच किमी दायरे में धारा 144 लागू कर दी गई है। एसडीएम अलंकार अग्निहोत्री ने बताया कि प्रशासन की देखरेख में जात हो रही है। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त हैं।
प्रशासन को एएसआइ की टीम का इंतजार है ताकि मूर्तियों के बारे में पड़ताल की जा सके कि वे कितनी पुरानी हैं। एसआइ के अधिकारियों को जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने मूर्तियों के फोटो भेजे थे मगर सिफ फोटो से जांच नहीं हो सकती। इसलिए एएसआइ ने शनिवार को टीम भेजने का निर्णय लिया है।
हाल ही में दरगाह कमेटी द्वारा 99 करोड़ के गबन के मामले का पर्दाफाश हुआ था और दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अकबर अली समेत नौ पदाधिकारियों के खिलाफ गबन की जलेसर कोतवाली में एफआइआर दर्ज है। कमेटी के सदस्यों की संपत्ति की जांच चल रही है। प्रशासन ने दरगाह को अपने कब्जे में लेकर रिसीवर की नियुक्ति कर दी है। तब से प्रशासन की देखरेख में ही जात हो रही है और चढ़ावा सरकारी खाते में जमा हो रहा है। गबन का मामला सामने आने से पहले जलेसर क्षेत्र के दो दर्जन ग्रामीणों ने प्रशासन को शपथ पत्र देकर दरगाह स्थल पर शनि मंदिर होने का दावा किया था। श्रद्धालु यहां नारियल और कौड़ी भी चढ़ाते हैं।