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जोड़ों का दर्द ही नहीं, हार्ट अटैक भी दे सकता है हाई यूरिक एसिड; इन लक्षणों को न करें इग्नोर

हाई यूरिक एसिड एक ऐसी समस्या है, जो इन दिनों कई लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी हुई है। खराब खानपान और बिगड़ती लाइफस्टाइल अक्सर लोगों को इस समस्या का शिकार बना देती है। बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कई तरह की समस्याओं का कारण बनता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाई यूरिक एसिड हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है।

हाल ही में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ESC) में प्रकाशित एक समीक्षा के मुताबिक हाई यूरिक एसिड, जिसे हाइपरयूरिसीमिया भी कहा जाता है, को दिल के दौरे और अन्य हार्ट डिजीज के लिए एक रिस्क फैक्टर के रूप में पहचाना जाता है। आइए जानते हैं कैसे यूरिक एसिड बन सकता है

हार्ट अटैक का कारण-

यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट है, जो तब बनता है जब आपका शरीर फूड्स को प्यूरीन नामक केमिकल में तोड़ता है। आमतौर पर हमारा शरीर किडनी के जरिए यूरिन के रास्ते इसे बाहर निकाल देता है, लेकिन जब शरीर से इसे बाहर नहीं निकाल पाता, तो इसकी मात्रा शरीर में बढ़ने लगती है, जिससे हाई यूरिक एसिड की कंडीशन हो जाती है।

शोध से पता चलता है कि हाई यूरिक एसिड हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसे अन्य रिस्क फैक्टर्स को बढ़ा सकता है, जिससे दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है।

हाई यूरिक एसिड के लक्षण

  • तेज जोड़ों का दर्द
  • जोड़ों में अकड़न
  • किडनी में पथरी:
  • बगल या पीठ में तेज दर्द
  • पेशाब में खून
  • बार-बार पेशाब आना या दुर्गंधयुक्त पेशाब
  • जोड़ों में झुनझुनी या हल्की सूजन, कभी-कभी बिना किसी खास दर्द के

हाई यूरिक एसिड के रिस्क फैक्टर

बड़े पैमाने पर किए गए अध्ययनों में हाई यूरिक एसिड और हार्ट संबंझी समस्याओं के लिए सीधा संबंध देखा गया है। इतना ही नहीं, कई स्टडीज में हाई यूरिक एसिड को दिल से जुड़ी समस्याओं के साथ जोड़कर देखा गया है, जिनमें से कुछ निम्न हैं-

  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (दिल का दौरा)
  • हार्ट फेलियर,
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • टाइप 2 डायबिटीज
  • क्रोनिक किडनी डिजीज

कैसे करें यूरिक एसिड कंट्रोल?

हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है। इसके लिए आप डाइट में निम्न बदलाव कर सकते हैं-

  • रेड मीट, ऑर्गन मीट और सी-फूड जैसे हाई प्यूरीन फूड आइटम्स को सीमित करें।
  • शुगरी ड्रिंक्स और हाई फ्रुक्टोज वाले फूड आइटम्स से बचें।
  • किडनी की सही फंक्शनिंग के लिए खूब सारा पानी पिएं।
  • शराब का सेवन सीमित करें, विशेष रूप से बीयर और स्पिरिट्स।
  • हेल्दी वेट रखें और रोजाना कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें।
  • हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या किडनी की बीमारी जैसी कंडीशन को मैनेज करें।
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