एक अच्छा और करीबी दोस्त बड़ी ही मुश्किल से मिलता है। अगर किसी के पास ऐसा दोस्त है तो वो अपने आपको खुशकिस्मत मानते हैं, लेकिन कई बार पक्की दोस्ती में भी दरार आ जाती है। आपका साथ छूट जाता है।
किसी भी वजह से आपका दोस्त आपसे बिछुड़ जाए तो लगता है जैसे दुनिया ही उजड़ गई हो। ऐसी स्थिति में खुद को कैसे संभालें और अपनी मेंटल हेल्थ कैसे बनाए रखें, बता रही हैं चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट नम्रता सिंह।
दोस्ती टूट जाने का पड़ता है नेगेटिव प्रभाव
- हमेशा तनाव महसूस होना
- अकेलापन और खालीपन महसूस होना
- बार-बार रोने की इच्छा होना
- खुद को दोषी मानना
- कोई भी काम करने में मन ना लगना
- नींद ना आना
- भूख कम लगना
कैसे निकलें इस दुख से
- सबसे पहले सच्चाई स्वीकार करें- बेस्ट फ्रेंड से दूर हो जाने के दुख से बाहर आने के लिए सबसे पहले यह मानना बेहद जरूरी है कि अब यह दोस्ती टूट चुकी है। यह सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है।
- अपने करीबी को बताएं- दोस्ती टूटने की बात मन में दबाकर ना रखें। फैमिली के लोगों से भी इस बारे में चर्चा करें। उनसे अपनी परेशानी शेयर करें। इससे आपको इमोशनल सपोर्ट मिलेगा और आप इस तकलीफ से बाहर आने की कोशिश कर पाएंगे।
- अपने पुराने दोस्तों से मिलें- एक दोस्ती टूट जाने का मतलब सब खत्म हो जाना नहीं है। लोगों से मिले-जुलें अपने स्कूल या कॉलेज फ्रेंड से मिलें। यह देखने की कोशिश करें कि आप किनके साथ बेहतर कनेक्ट हो पाते हैं। सोशल लाइफ से खुद को दूर ना करें।
- रूटीन भी है जरूरी- इस दौरान अपनी फिजिकल हेल्थ को भी नजरअंदाज ना करें। अपना एक रूटीन तय करने की कोशिश करें। योगा या अपनी कोई पसंदीदा एक्टिविटी को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। अपनी डाइट का भी पूरा ध्यान रखें। अनहेल्दी फूड को तनाव से उबरने का साथी ना बनाएं।
- कुछ नया करें- दुख से उबरने का सबसे अच्छा तरीका होता है, खुद को किसी ना किसी काम में व्यस्त रखना। अगर आपकी कोई ऐसी हॉबी है जिसे आप काफी समय से टाल रहे थे तो उसे अभी शुरू कर सकते हैं। कुछ नया सीखने या करने की शुरुआत कर की जा सकती है।
- अगर नहीं मिल रहा आराम- अगर इन सारे प्रयासों के बावजूद भी आपका तनाव या चिंता कम नहीं हो रही तो किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट से राय लें।