मंगलवार को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में तैयार किया गया पहला सेमीकंडक्टर प्रोसेसर गिफ्ट किया है। इस मौके पर उन्होंने विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और चार मंजूरशुदा प्रोजेक्ट्स के टेस्ट चिप्स भी PM को सौंपे हैं। बता दें कि सेमीकंडक्टर को आज की एडवांस टेक्नोलॉजी का एक बेस माना जाता है। इनका इस्तेमाल हेल्थकेयर से लेकयही कारण है कि दुनिया के बड़े देश खासकर अमेरिका और चीन इस टेक्नोलॉजी पर खुद को मजबूत करने की होड़ में हैं। ऐसे में भारत द्वारा तैयार किया गया ये प्रोसेसर कहीं न कहीं चीन-अमेरिका की टेंशन बढ़ा सकता है। डिजिटलाइजेशन और ऑटोमेशन बढ़ने के साथ ही सेमीकंडक्टर किसी भी देश की आर्थिक मजबूती और स्ट्रेटेजिक इंडिपेंडेंस के लिए भी काफी ज्यादा जरूरी हो गए हैं। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं…
क्या है Vikram 32-Bit प्रोसेसर?
Vikram 32-Bit प्रोसेसर भारत का अपना पहला घरेलू 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है जिसे सेमीकॉन इंडिया 2025 में लॉन्च किया गया है। यह चिप पूरी तरह से स्वदेसी है। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में आयोजित Semicon India 2025 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बताया कि 2021 से अब तक 10 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिली है, जिन पर करीब 18 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है।
वहीं, केंद्रीय IT मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि 3.5 साल पहले प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता से शुरू हुए India Semiconductor Mission ने अब दुनिया का भरोसा जीत लिया है। फिलहाल देश में 5 सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स तेजी से तैयार की जा रही हैं।
क्यों इतना खास है ये विक्रम 32-बिट प्रोसेसर?
बता दें कि ये नया प्रोसेसर इसरो की सेमीकंडक्टर लैब में तैयार किया गया है, जो भारत का पहला स्वदेशी 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है। यह मुश्किल सिचुएशन में भी काम करने की क्षमता रखता है। सरकार ने इस टारगेट को हासिल करने के लिए 76,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव यानी PLI स्कीम की भी घोषणा की थी, जिसमें से लगभग 65,000 करोड़ रुपये अब तक जारी कर दिए गए हैं।
र ट्रांसपोर्टेशन, कम्युनिकेशन, डिफेंस और स्पेस रिसर्च जैसे कई क्षेत्रों में होता है।