मनचाही ड्यूटी न मिलने से नाराज वार्ड अटेंडेंट ने मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय के वार्ड में मनोरोगियों को चिलम पिलाई। मरीजों से कहा कि आज कुछ नया करते हैं, इसका वीडियो बना लिया और उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया।
संस्थान द्वारा जांच में पूरा मामला खुल गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर आउटसोर्स पर तैनात वार्ड अटेंडेंट हेमंत को निष्कासित कर दिया गया है। उसके संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी है, पुलिस को भी सूचना दी गई है।
मानसिक स्वास्थ्य संस्थान का सात सितंबर को इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ। इसमें वार्ड संख्या 20 के कोने में तीन मरीज चिलम पीते हुए दिखाई दे रहे थे। संस्थान के निदेशक डॉ. दिनेश राठौर ने बताया कि डाॅ. ब्रजेश अग्रवाल, प्रो. अनिल कुमार सिसोदिया और डॉ. पार्थ सिंह बघेल सहित तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई।
टीम की जांच में सामने आया कि वीडियो में दिखाई दे रहे मनोरोगी इसी वर्ष अप्रैल और मई में संस्थान में भर्ती हुए थे। इलाज से तबीयत में इलाज से सुधार हुआ है, पुनर्वास के लिए वे संस्थान में हैं, तीनों की छुट्टी के लिए उनके स्वजनों से संपर्क किया गया।
मनोरोगियों ने बताया कि सात सितंबर को हर्ष इंटरप्राइजेज द्वारा आउटसोर्स पर रखे गए वार्ड अटेंडेंट हेमंत उन्हें वार्ड नंबर 20 के कोने में ले गया। उनसे कहा कि आज कुछ नया करते हैं, उन्हें एक चिलम दी, उसमें बीड़ी तोड़ कर डाल दी और धुआं निकालने के लिए कहा।
इसका वीडियो बनाने लगा, वीडियो बनाने के बारे में पूछा तो बताया कि कुछ नया करेंगे। वार्ड अटेंडेंट हेमंत की पिछले वर्ष नवंबर में डाक्टरों ने मनोरोगियों के शोषण की शिकायत की थी। वह वार्ड में ड्यूटी नहीं करना चाहता था, इसलिए वीडियो बनाकर वायरल किया। हर्ष इंटरप्राइजेज ने कर्मचारी हेमंत को निष्कासित कर दिया है।
साजिश में शामिल कई लोग, बियर की कैन और निर्वस्त्र होकर पेशाब करने का वीडियो भी वायरल
जांच में सामने आया है कि साजिश में कई और लोग भी शामिल हैं। संस्थान में बियर केक खाली कैन पड़े होने और मनोरोगी के निर्वस्त्र होकर पेशाब करने का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। इसकी भी जांच कराई जा रही है।